Vision & Mission

Vision

हिंदी विभाग विद्यार्थियों का सर्वागीण विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है| विभाग का उद्देश्य विद्यार्थियों को भाषा और साहित्य सम्बन्धी ज्ञान प्रदान करना, तकनीक से जोड़ना, वाचिक एवं लिखित भाषिक कौशल का विकास करना, उनमें नैतिक मूल्यों, आलोचनात्मक संवेदना और  अनुसंधान- वृत्ति पैदा करना  है| इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रम/गतिविधियाँ, संगोष्ठियों, व्याख्यानों, वार्ताओं, सांस्कृतिक- पर्व उत्सवों, रोजगारपरक कौशल संवर्धन से जुड़े  वार्षिक व्याख्यानों  का आयोजन किया जाता है| इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा की प्रवेश परीक्षाओं/प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए साहित्यिक प्रश्नोत्तरी, नाट्य मंचन, वाद-विवाद, स्लोगन लेखन, निबंध- लेखन, कहानी बुनो, फिल्म समीक्षा, स्वरचित कविता- पाठ आदि अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है| विभिन्न पत्रिकाओं के माध्यम से विद्यार्थियों के रचनात्मक कौशल का विकास किया जाता है ताकि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रोजगार प्राप्त कर सकें| प्रत्येक संबंध इकाई के उत्कृष्ट विद्वान शिक्षक एवं पेशेवर के रूप में विकास हेतु सुविधाप्रदान करनासमय विकास हेतुसीखने के आनंद की निरंतरता को बनाए रखने में सक्षम होनानवाचार एवं पेशेवर प्रशिक्षण के माध्यम से विद्वत्ता के उन्नत स्टारों की प्राप्तिविद्यार्थियों को अकादमिक प्रवीण उद्योग सक्षम स्वतंत्र एवं सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक बनाने हेतु प्रेरित और प्रोत्साहित करना|


 


 

 

Mission

 हिंदी विभाग का उद्देश्य विभाग को ज्ञानकेंद्र के रूप में स्थापित कर छात्राओं का सशक्तिकरण करना है। राजभाषा हिंदी के प्रति प्रेम,सम्मान और आत्मविश्वास उत्पन्न करने के साथ-साथ हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार  करना है।  हिंदी में रोजगार की अधिकतम सम्भावनाओं को तलाशना है। इस उद्देश्य हेतु वार्ताओं,व्याख्यानओं, शैक्षणिक यात्राओं,कार्यशालाओं, भूतपूर्व छात्रा आमंत्रण कार्यक्रम इत्यादि आयोजित किए जाते हैं।

एक सशक्त शैक्षणिक आधार विकसित करने के लिए मूलभूत क्षमताओं को विकसित करना गुणवत्तापूर्ण एवं नैतिक आचरण के लिए प्रतिबद्धता उत्पन्न करना विद्यार्थियों को एक विश्लेषण आत्मक लक्ष्य उन्मुख पेशेवर एवं नैतिक दृष्टिकोण आत्मसात करने में सक्षम बनाना स्वस्थ जीवन सिद्धांत एवं मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करना उपयोगएवं अनुसंधान संस्थानों से नियतकालिक पारस्परिक व्यवहार करना नव परिवर्तनकारी व्यवहार और उदय मित्र की स्वीकृति के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करना|