हिंदी विभाग की साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था है, जिसके अंतर्गत समय- समय पर अनेक कार्यक्रम होते रहते हैं।
इन समितियों में विद्यार्थियों की भागीदारी के माध्यम से हम उनकी आंतरिक प्रतिभा,कला, रचनात्मकता,सृजनात्मकता को निखारने का निरंतर प्रयास करते हैं इससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है|
विद्यार्थीयों में नेतृत्व की क्षमता का विकास होता हैI सामुहिक रूप से कार्य करने की प्रवृति को बढावा मिलता हैI
वाचिक - हिंदी वाद - विवाद समिति
'वाचिक' 2018 में हिंदी वाद -विवाद समिति प्रारंभ हुई। अल्पकाल में ही समिति ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर दिल्ली विश्वविद्यालय में अपना एक विशेष स्थान बना लिया है। शहीद भगतसिंह महाविद्यालय द्वारा आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में तीनों (प्रथम, द्वितीय व तृतीय ) पुरस्कार जीतकर वाचिक ने इतिहास रच दिया। महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में भी प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त कर समिति को दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापित समितियों में सम्मिलित कर दिया। 2021 से यह समिति महाविद्यालय के छात्र संगठन के अंतर्गत कार्यशील है।
मैत्रेयीकृति हिंदी ई पत्रिका
वर्ष 2019 में विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति को एक विस्तृत मंच प्रदान करने के उद्देश्य से हिंदी ई पत्रिका मैत्रेयीकृति प्रारंभ की गयी।इसकी कार्य पद्धति का मूलमंत्र 'विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थियों के द्वारा' रखा गया है। पत्रिका में शाब्दिक अभिव्यक्ति के साथ -साथ उनके द्वारा निर्मित रंग चित्रों और कैमरे के द्वारा विभिन्न कोणों से लिए गए कालेज परिसर के चित्रों को भी स्थान दिया जाता है।
यह पत्रिका विद्यार्थियों को अभिव्यक्ति के अलग -अलग माध्यमों के उपयोग के साथ-साथ संपादन के प्राथमिक सोपानों से परिचित कराने का काम भी करती है।
नवमल्लिका
‘नवमल्लिका’ नवागत स्वागत समारोह (मिस फ्रेशर पार्टी ) का आयोजन प्रथम वर्ष की छात्राओं के अभिनन्दन के लिए किया जाता है।
विभागीय स्तर पर इसका आयोजन पहली बार वर्ष 2020 में किया गया।
यह कार्यक्रम एक प्रतियोगिता के रूप में किया जाता है जिसके कई चरण होते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं में से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्रा को “नवमल्लिका” घोषित किया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को अभिव्यक्ति का अवसर प्राप्त होता है और उनकेआत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
आयाम
‘आयाम’ हिन्दी विभाग की छात्राओं द्वारा मनाया जाना वाला विभागीय उत्सव है।
जिसका प्रारम्भ 2019 में किया गया शुरुआत में इसका नाम ‘अभिनन्दन’ रखा गया था जिसे 2022 में विभाग की सर्वसम्मति से ‘आयाम’ कर दिया गया।
‘आयाम’ अन्तर्महाविद्यालय स्तर पर मनाया जाता है जिसमें कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है और विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाता है।
यह कार्यक्रम छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए मंच प्रदान करता है जिससे उनमें बहुआयामी दृष्टिकोण का विकास होता है।
विभाग की कार्यकारिणी का चुनाव
हिन्दी विभाग की सांस्कृतिक सभा ‘हिन्दी साहित्य संगम’ को सुचारु रूप से चलाने के लिए प्रतिवर्ष छात्रा कार्यकारिणी का चुनाव किया जाता है।
जिसमें हिन्दी विशेष की तीनों वर्ष की छात्राएँ भाग लेती हैं।
छात्रा कार्यकारिणी में एकअध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष, दो सचिव व दो उपसचिव होते हैं, जो वर्ष भर में होने वाले कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाती हैं और अन्य छात्राओं का मार्गदर्शन करती है।
भूतपूर्व छात्रा शृंखला
इस कार्यक्रम के अंतर्गत हिंदी विभाग अपनी भूतपूर्व छात्रा को आमंत्रित करता है, जो किसी पद विशेष पर कार्यरत होती हैं। उस छात्रा को हिंदी विभाग द्वारा सम्मानित किया जाता है। वह छात्रा मैत्रेयी महाविद्यालय में आकर हिंदी विशेष की छात्राओं के सामने अपनी विकास यात्रा पर एक व्याख्यान देती है । इस कार्यक्रम का उद्देश्य अपनी भूतपूर्व छात्रा की उपलब्धि को बताना और हिंदी विशेष की तीनों वर्ष की छात्राओं को प्रेरित करना कि तुम भी जीवन में इसी तरह हिम्मत से, मेहनत से किसी भी ऊंचाई को छू सकती हो । छात्राएं प्रेरित होकर दृढ़ संकल्प बने कि वे भी जब मैत्रेयी महाविद्यालय से स्नातक होकर निकले तो इसी प्रकार किसी ना किसी पद पर कार्यरत होंगी और उन्हें भी उनका महाविद्यालय सम्मानित करेगा।
भित्ति पत्रिका
भित्ति पत्रिका के माध्यम से महाविद्यालय में समय-समय पर अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं और उनमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय और भी जो अच्छी कृतियां होती हैं उनको यहां पर लगाया जाता है छात्राओं की रचनात्मकता देखते ही बनती है।